Monday, March 24, 2014

hindi hasyakavi sammelan in mangalore by MRPL



शानदार, शानदार, शानदार …………………

शानदार और जानदार रहा मंगलूर रिफ़ाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा राजभाषा विभाग के तत्वाधान में डॉ बी आर पाल द्वारा आयोजित अखिल भारतीय हास्य कवि सम्मेलन,,,,, होना ही था, सुनने वाले लोग अच्छे थे, आयोजन स्थल भी ज़बरदस्त सजा हुआ था, यूनिट के प्रबन्ध निदेशक समेत सभी पदाधिकारी ठहाके लगाने के लिए मूड में थे और प्रताप फ़ौजदार, ममता शर्मा, नंदकिशोर अकेला तथा सुन्दर मालेगांवी हंसाने के मूड में भी थे

और हाँ, मैं ये बताना तो भूल ही गया कि मंच संचालन जब अलबेला खत्री के हाथ में होगा तो आनन्द तो आएगा ही, यह कौन सी नई बात है हा हा हा हा हा हा हा

जय हिन्द !
अलबेला खत्री



 

Thursday, March 6, 2014

किन से हाथ मिला रहे हो ? उनसे जो आजतक किसी के नहीं हुए ?


आदरणीय नरेन्द्र भाई मोदी जी,
इस ऊंचाई पर फ़िसलन भरी राहों पर यात्रा करते समय इतनी लापरवाही ठीक नहीं है, यहाँ तक आते आते आपको बहुत साल लगे हैं, कहीं ऐसा न हो कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी,,,,,,

इस देश की मुझ जैसी आम जनता को इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बने या राहुल गांधी, मुलायम सिंह बने या केजरीवाल,,,कोई भी नेता जनता के भले के लिए अपना टाइम लगाने वाला नहीं है , सबने अपनी पार्टी और अपनी मित्र मण्डली का ही विकास करना है इसके बावजूद मुझ जैसे करोड़ों लोग ये चाहते हैं कि इस बार देश की सत्ता आपको सौंपी जाए तो सिर्फ इसलिए क्योंकि लोगों को अभी विश्वास है कि आप इस देश का खोया हुआ गौरव पुनः स्थापित कर सकते हैं वगैरह वगैरह -

लेकिन डीएनए का कुनबा बड़ा करने की गरज़ से आप और आपकी पार्टी जिन लोगों और पार्टियों से गले मिल रही है, उसे देख कर निराशा होती है - लगता है आपको अब अपने पर और अपने काम के साथ साथ जनता के समर्थन का भरोसा नहीं रहा - किन से हाथ मिला रहे हो ? उनसे जो आजतक किसी के नहीं हुए ? उन्हें साथ लेने के लिए उन्हें छोड़ दोगे जो वर्षों से समर्पित भाव से आपका और आपकी पार्टी का उत्थान कर रहे हैं ?

क्या सत्ता की लालसा में आदमी इतना मंददृष्टि हो जाता है कि उसे अपने सामने का मंज़र भी दिखाई न दे …

हमारे मन की ये तमन्ना है कि आप आगे आओ, परन्तु शान से आओ, अपनी प्रतिभा के बूते पर आगे आओ,,,किसी प्रकार के घटिया समझौतों के दम पर नहीं आओ

शुभकामनाएं
जय हिन्द
अलबेला खत्री





Saturday, February 15, 2014

व्यापारी अपना कामकाज छोड़ कर तीनपत्ती खेल रहे हैं, बच्चे अपनी पढाई छोड़ कर तीन पत्ती खेल रहे हैं



हास्यकवि अलबेला खत्री का पैग़ाम
भारत की पंजाछाप सरकार के नाम
facebook पर TEEN PATTI  प्रतिबन्धित करो


देश के तमाम लोगों को नाकारा करने और आम जनता का ध्यान रोज़मर्रा की समस्याओं के अलावा बड़े बड़े सरकारी घोटालों से हटाने के लिए एक सोची समझी साज़िश के तहत फ़ेसबुक जैसी  लोकप्रिय सोशल साइट पर TEEN PATTI  का अवतरण कराया गया है

तीन पत्ती का नशा और जादू लोगों के सर पर चढ़ कर इतनी ज़ोर से बोलने लगा है कि कुछ ही दिनों मोबाइल फ़ोन बनाने वाली कम्पनियों ने लाखों की संख्या में Android हैण्ड सैट  बेच डाले, लाखों की संख्या में इन्टरनेट कनेक्शन एवं 3G कनेक्शन बिक गए  और facebook  की उपयोगिता व हिट भी करोड़ों गुना बढ़ गयी ,,,,,कुल मिला कर  इन सबको लाभ हुआ ,,लेकिन जनता को क्या मिला बाबाजी का ठुल्लु ?

व्यापारी अपना कामकाज छोड़ कर तीनपत्ती खेल रहे हैं
बच्चे अपनी पढाई छोड़ कर तीन पत्ती  खेल रहे हैं
मुझ जैसे क़लमकार कविताई छोड़ कर तीनपत्ती में लगे हुए हैं

नई उम्र के किशोर - किशोरियां पहले चलती बाइक पर मोबाइल से बात करते थे या कान में स्पीकर घुसेड़ कर गाने सुनते थे तो दुर्घटनाएं होती थीं  अब तो हद्द हो गयी  लड़के लड़कियां आजकल दुपहिया वाहनों पर चलते हुए सड़कों पर  तीनपत्ती खेल रहे हैं जिससे दुर्घटनाओं की आशंकाएं बढ़ गयी हैं

बस बस बस ,,,,,,,,,,,पूरे देश को इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी चाहिए  और सरकार को तुरन्त संज्ञान लेते हुए इसे बंद कराने का काम करना चाहिए

जय हिन्द !
अलबेला खत्री
albela khatri against teen patti  on facebook

albela khatri against teen patti  on facebook
albela khatri against teen patti  on facebook

albela khatri against teen patti  on facebook

Sunday, February 2, 2014

तमाचा मारने के बजाय इनके चुनाव चिन्ह से ही मारिये तो खड़का भी पूरा होगा और दर्द भी


परम निरादरणीय झाडूवाल !  तुझे यह जान कर  अपना घिसा हुआ झाड़ू अपने ही माथे पर मारने का मन हो रहा होगा क्योंकि मेरी बात बिलकुल सच निकली - आज सुबह ही मैंने पोस्ट लगाई थी कि अब आपकी पिटाई होने वाली है और शाम होते होते संगम विहार में एक महिला ने तमाचा जड़ ही दिया

हा हा हा ये मत समझना कि तमाचा केवल एक पट्ठे के पड़ा है सच तो ये है कि  तमाचा तुम्हारी पूरी चांडाल चौकड़ी पर पड़ा है ,,,और फिर ये तो श्रीगणेश है, बोहनी भर है,,,,आगे आगे देखिये पिछवाड़ा कितना लाल होता है

बेटा तुमने उड़ती उड़ती देखी  है, अब फँसेगी तब पता चलेगा कि निकलना कितना मुश्किल होता है

वैसे महिलाओं से मेरा सादर अनुरोध है कि इन्हें तमाचा मारने के बजाय इनके चुनाव चिन्ह से ही मारिये  तो खड़का भी पूरा होगा  और दर्द भी ,,,हा हा हा

जय हिन्द !
अलबेला खत्री 





Saturday, February 1, 2014

अनुमान नहीं था ............


झाड़ू वालों पर झाड़ू फेरने का वक्त आना तो तय था
लेकिन यह वक्त इतनी  जल्दी आ जाएगा, 
अनुमान नहीं था

जय हिन्द !


Friday, January 31, 2014

मुझे लगता है, अब इनकी पिटाई का समय शुरू होने ही वाला है


कमाल है भाई,  बक बक करने की आज़ादी का इतना लाभ तो गली के भौंकू कुत्ते भी नहीं उठाते जितना नए नए उगे राजनैतिक कुकुरमुत्ते उठा रहे हैं

एक हल्दी की गांठ क्या हाथ लग गयी, ससुरे चूहे भी खुद को पंसारी बताने लगे - खुद को बताने लगे तो कोई बात नहीं, बाकी सभी व्यापारियों को चोर बताने लगे, ये गलत बात है

मुझे लगता है, अब इनकी पिटाई का समय शुरू होने ही वाला है 

जय हिन्द !
अलबेला खत्री



Tuesday, January 28, 2014

लेकिन हम वो आशिक़ जो हर रोज़ अजूबा करते हैं


लहरों पर लहराने वाले जब जब ऊबा करते हैं
तब तब सूखी नदियों के साहिल पर डूबा करते हैं
हालांकि ये बात किसी को हज़म न होगी 'अलबेला'
लेकिन हम वो आशिक़ जो हर रोज़ अजूबा करते हैं

जय हिन्द !
अलबेला खत्री


HCG presents hasyakavi sammelan in ahmedabad with albela khatri
HCG presents hasyakavi sammelan in ahmedabad with albela khatri
HCG presents hasyakavi sammelan in ahmedabad with albela khatri